Tulsi Ke Fayde ( Health Benefits, Uses ) : जानिए तुलसी के सेवन के फायदे, उपयोग और औषधीय गुण
तुलसी (Tulsi) के पौधे का जितना महत्व धार्मिक रूप से है, उतना ही आयुर्वेद में भी है। आयुर्वेद में तुलसी को औषधीय पौधा माना गया है, जो व्यक्ति को कई रोगों से बचाता है। तुलसी (Basil) हमारे सेहद के लिए बेहद फायदेमंद होती है।
क्या आप जानते हैं कि तुलसी के पौधे का जितना महत्व धार्मिक रूप से है, उतना ही आयुर्वेद में भी है। आयुर्वेद में तुलसी को औषधीय पौधा माना जाता है, जो व्यक्ति को कई रोगों से बचाता है। तुलसी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहेद फायदेमंद होती है। कई पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी, शरीर की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकती है। तुलसी आयुर्वेद में कई तरह से इस्तेमाल (uses of tulsi in hindi) की जाती है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज ( गुण ) होती हैं, जो पेट से संबंधित परेशानियां जैसे पाचन में परेशानी, पेट में जलन व एसिडिटी टाइप की दिक्कतों को दूर करने में मदद करती है। वहीं, बॉडी के पीएच लेवल को भी मेंटेन करने में भी तुलसी काफी कारगर औषधीय मानी जाती है। जानिये तुलसी का सेवन करने से होने वाले फायदे।
तुलसी के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Tulsi in hindi)
तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। यह पेट की समस्याओं समेत भूख कम लगने, गैस की समस्या, किडनी से जुड़ी समस्याएं, वाटर रिटेंशन, दाद आदि से आराम दिलाने में प्रमुख भूमिका निभाती है। इसके अलावा सौन्दर्य प्रसाधनों से जुड़े कई उत्पादों में भी तुलसी का उपयोग किया जाता है।
आयुर्वेद के मुताबिक, तुलसी की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटी-फंगल जैसे गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर की कई समस्याएं खत्म हो जाती है।
तुलसी का पोषण मूल्य ( Nutritional Value of Tulsi )
- तुलसी (Tulsi) प्रचुर पोषक तत्वों और उपचार गुणों से भरपूर एक प्राकृतिक संसाधन है। यह विटामिन ए, सी और के से भरपूर है। तुलसी की पत्तियां कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन और पोटेशियम जैसे खनिजों से भरपूर होती हैं । इसमें प्रोटीन के अंश भी होते हैं और इसमें फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है।
- तुलसी की पत्तियां (tulsi leaves) विटामिन और खनिज का भंडार हैं। इसमें मुख्य रुप से विटामिन सी, कैल्शियम, जिंक, आयरन और क्लोरोफिल पाया जाता है। इसके अलावा तुलसी में सिट्रिक, टारटरिक एवं मैलिक एसिड पाया जाता है।
- इन्हीं औषधीय और पौष्टिक गुणों के कारण तुलसी को जड़ी-बूटियों की रानी कहा जाता है।
तुलसी के फायदे और उपयोग ( Health Benefits and Uses )
तुलसी की पत्तियों को सबसे ज्यादा गुणकारी माना जाता है। इसकी पत्तियों का चूर्ण बनाकर और बीज का प्रयोग भी किया जा सकता है। आप पत्तियों को सीधे भी खा सकते है।
अदरक और शहद के साथ तुलसी मिलाकर हर्बल चाय बनाकर सर्दियों में पीया जाता है। बुखार, पेट दर्द और संक्रमण जैसी बिमारियों में भी इसका उपयोग किया जाता है। तुलसी के उपयोग से भूख बढ़ाने, पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है।
तुलसी के फायदे ( tulsi ke fayde in hindi )
1. नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर :
तुलसी प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला इम्यूनिटी बूस्टर है। तुलसी में विटामिन सी और जिंक भरपूर मात्रा में होता है। इस प्रकार यह प्राकृतिक प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में कार्य करता है और संक्रमण को दूर रखता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो हमें कई तरह के संक्रमणों से बचाते हैं। इसलिए, अगर किसी का इम्युनिटी कम है, तो उनके लिए तुलसी पत्ता खाने के फायदे कारगर साबित हो सकते हैं। साथ ही तुलसी का काढ़ा भी पिया जा सकता है।
2. बुखार (ज्वरनाशक) और दर्द (एनाल्जेसिक) को कम करता है :
तुलसी की पत्तियां हल्के बुखार से आराम दिलाने में भी कारगर है। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे बुखार कम होता है। तुलसी के ताजे रस को काली मिर्च के चूर्ण के साथ लेने से समय-समय पर होने वाला बुखार ठीक हो जाता है।
तुलसी की पत्तियों को पीसी हुई इलायची के साथ आधा लीटर पानी में उबालकर चीनी और दूध के साथ मिलाकर पीने से भी तापमान कम करने में मदद मिलती है । तुलसी में पाए जाने वाले दर्द निवारक गुणों वाला टेरपीन यूजेनॉल शरीर में दर्द को कम करता है। हालांकि अगर बुखार काफी तेज है और घरेलू उपायों से ठीक नहीं हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह ज़रुर लें।
3. सर्दी-खांसी में फायदेमंद :
तुलसी में मौजूद कैम्फीन, सिनेओल और यूजेनॉल छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी के पत्तों के रस में शहद और अदरक मिलाकर पीने से ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, इन्फ्लूएंजा, खांसी और सर्दी में फायदा होता है। अगर आपको जुकाम, सर्दी-खांसी हो गई है तो तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिलता है। तुलसी के साथ काली मिर्ची, लौंग और गुड़ मिलाकर काढ़ा तैयार किया जाता है। Tulsi के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में रोजाना सुबह तुलसी के पत्तों का खाली पेट सेवन करने से सर्दी-खांसी की समस्या से राहत मिल सकती है।
4. पाचन के लिए गुणकारी :
अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान है, तो तुलसी के पत्ते आपके लिए मददगार साबित होंगे। रोजाना खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से एसिडिटी और पेट में जलन की समस्या दूर होती है। साथ ही यह शरीर के पीएच लेवल को बरकरार रखने में भी सहायक है। खाली पेट तुलसी की पत्तियों के सेवन से पेट संबंधि शिकायतें नहीं होती हैं। पाचन दुरुस्त रहता है और पेट की सूजन भी कम होती है। इतना ही नहीं एसिडिटी, कब्ज, अपच, खट्टी डकार जैसी समस्याओं से भी ये पत्तियां आपको छुटकारा दिलाती हैं।
5. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद :
अगर आप चेहरे पर निकलने वाले मुहांसों से परेशान रहते हैं तो तुलसी के उपयोग से आज इनसे छुटकारा पा सकते हैं और चेहरा साफ होता है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ साथ खून को साफ़ करने वाली क्षमताएं भी होती हैं। मुंहासो के अलावा यह त्वचा संबंधी रोगों जैसे कि दाद, खुजली और ल्यूकोडर्मा आदि से भी बचाव करती है। तुलसी की पत्तियां हर दिन सुबह-सुबह चबाने से स्किन ग्लो करती है. तुलसी की पत्तियों मं पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण स्किन की गहराई तक जाकर सफाई करती हैं। तुलसी हमारे बालों की जड़ों को भी मजबूत करती है, जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। तुलसी हमारे बालों की जड़ों को भी मजबूत करती है, जिससे बालों का झड़ना रूक जाता है। इसी के साथ इसके एंटीफंगल गुण फंगस और डैंड्रफ को रोकते हैं।
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